friendship day
अनमोल
कहते हैं रिश्ते आसमान में बनते हैं किंतु कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं जो धरातल पर तय होते हैं ।इन रिश्तो का आधार रक्त नहीं वरन भावनाएंँ होती हैं ।दिल और भावनाओं से जुड़ा ऐसा ही एक खूबसूरत रिश्ता है दोस्ती का। दोस्ती दो दिलों का संगम है जो विश्वास और प्रेम की नींव पर आधारित है। दोस्ती पर जीवन की सफलता और असफलता निर्भर है क्योंकि संगति का प्रभाव हमारे आचरण और व्यक्तित्व पर पड़ता है। एक सच्चा और अच्छा मित्र जीवन के लिए अनमोल उपहार होता है। एक सच्चा मित्र सिर्फ मित्र ही नहीं होता है वरुण वह मांँ के समान कोमल, पिता के समान सशक्त, भाई के समान स्नेही और गुरु के समान ज्ञानवान मार्गदर्शक होता है । संकट मोचन होता है मित्र _-मित्र हमारे लिए संकट मोचन की तरह होता है। संकट और विपत्ति के।. समय वही हमें धैर्य बधाताँ है। संकट को दूर करने में हमारी मदद करता है। भगवान श्री कृष्ण अर्जुन के लिए संकट मोचन ही थे जो महाभारत के युद्ध में सारथी बनकर अर्जुन का साथ देते रहे। मित्र संकट मोचन की तरह सुरक्षा कवच होता है।
सुख और दुख का साथी है मित्र- मित्र सुख दुख का साथी होता है हमारे सुख और दुख में साझेदार होता है ।भगवान श्री कृष्ण कहांँ द्वारका के राजा थे किंतु अपने दीनहीन निर्धन मित्र सुदामा के प्रति उनके दिल में आगाध प्रेम था। उनके दुख और दरिद्रता को दूर करने के लिए उन्होंने प्रयास भी किए। उनके सुख और दुख में उनके सहभागी बने रहे ।। पथ प्रदर्शक होता है मित्र -एक सच्चा मित्र गुरु के समान पथ प्रदर्शक होता है ।सही राह दिखाता है गलत राह पर जाने से रोकता है ।अच्छे औऱ बुरे में फर्क करना सिखाता है । उपलब्धियों को छूने में मदद करता है ।इतिहास गवाह है कि किस तरह चाणक्य ने एक सामान्य से व्यक्ति चंद्रगुप्त मौर्य को मगध का राजा बना दिया ।दोनों के मध्य गहन मित्रता थी इस मित्रता के बलबूते पर चंद्रगुप्त मौर्य ने विशाल साम्राज्य स्थापित किया। ऐसे अनेकों उदाहरण मौजूद हैं जो यह बताते हैं कि सच्चा मित्र पथ प्रदर्शक होता है।
प्यार और अपनत्व का एहसास होता है दोस्त -दोस्ती एक मधुर रिश्ता है जिसमें प्यार और अपनापन होता है जो निस्वार्थ होता है ।इसी प्यार और अपनेपन के कारण ही एक मित्र दूसरे मित्र के सुख के खातिर अपनी जान तक निछावर करने के लिए तैयार रहता है। दोस्ती का संबंध आंँख और हाथ जैसा है जिस प्रकार हाथ को चोट लगने पर सबसे पहले आंँख रोती है उसी प्रकार आंँख को कुछ होने पर सबसे पहले हाथ उसके पास जाता है।। दोस्ती एक खूबसूरत प्यारा सा एहसास है प्यार भरा रिश्ता है जो जीवन को सरल और सरस बना देता है। वह व्यक्ति भाग्यशाली है जिसके पास सच्चा मित्र होता है और उससे अधिक दीन हीन कोई नहीं जिसका कोई मित्र नहीं होता है किंतु एक बात गौरतलब है कि मित्र का चयन अत्यंत सावधानी से करना चाहिए क्योंकि संगति का असर हमारे व्यक्तित्व और हमारे जीवन पर बहुत अधिक पड़ता है ।इसके अलावा सच्चे मित्र को ईश्वर का अनमोल उपहार समझ कर हमेशा अपने नजदीक रखना चाहिए क्योंकि सच्चा मित्र खुशियों का अनुपम खजाना हैश्रीमती कीर्ति दुबे
बेहतरीन
ReplyDeleteमित्रता को बहुत सुंदर ढंग से परिभाषित किया ।
ReplyDelete- रेखा